
1947 से 1962 तक भारत में विकास, महंगाई दर, आमदनी और राष्ट्रीय आय
स्वतंत्रता के बाद 1947 से 1962 तक भारत ने आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की। इस दौरान भारत ने औद्योगीकरण, कृषि विकास और आर्थिक योजनाओं के तहत आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ाए।
1. भारत में प्रमुख विकास (1947-1962)
(A) औद्योगिक विकास:
- पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956) और दूसरी पंचवर्षीय योजना (1956-1961) लागू की गईं।
- भारी उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए टाटा स्टील, भिलाई, दुर्गापुर और राउरकेला जैसे इस्पात संयंत्र स्थापित किए गए।
- आईआईटी (IIT) संस्थानों की स्थापना की गई (पहला IIT खड़गपुर, 1951 में खुला)।
- डैम और जल परियोजनाएँ जैसे भाखड़ा नांगल डैम (1963 में पूरा हुआ) और हीराकुंड डैम (1957) बनाए गए।
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नियंत्रण में आर्थिक सुधारों की शुरुआत हुई।
(B) कृषि और हरित क्रांति का आधार:
- पहली पंचवर्षीय योजना में कृषि को प्राथमिकता दी गई।
- बड़े सिंचाई परियोजनाओं (दामोदर घाटी परियोजना, भाखड़ा-नांगल, चंबल) पर काम शुरू हुआ।
- 1952 में कृषि अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) को पुनर्गठित किया गया।
- खाद्य संकट से निपटने के लिए अमेरिका से PL-480 के तहत गेहूं का आयात किया गया।
(C) बुनियादी ढांचा और परिवहन:
- भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण शुरू हुआ, और कई नई रेल लाइनों का विस्तार हुआ।
- भारतीय वायुसेना और नौसेना को मजबूत करने के लिए सैन्य बजट बढ़ाया गया।
- टेलीफोन नेटवर्क धीरे-धीरे विकसित हुआ, हालांकि सीमित संख्या में उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध था।
(D) विज्ञान और अंतरिक्ष:
- 1958 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का आधार भारतीय राष्ट्रीय समिति फॉर स्पेस रिसर्च (INCOSPAR) के रूप में रखा गया।
- परमाणु ऊर्जा आयोग (AEC) की स्थापना 1948 में हुई, जिससे भारत ने परमाणु ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम किया।
2. महंगाई दर (Inflation Rate) 1947-1962
1947 से 1962 के बीच महंगाई दर काफी उतार-चढ़ाव में रही।
वर्ष | महंगाई दर (%) |
---|---|
1950 | 1.2% |
1955 | 5.5% |
1960 | 6.8% |
1962 | 7.0% |
- 1947 के बाद शुरुआती वर्षों में महंगाई कम थी, लेकिन 1956 के बाद सरकारी खर्च और औद्योगीकरण के कारण बढ़ी।
- चीन-भारत युद्ध (1962) के बाद भी महंगाई में वृद्धि देखी गई।
3. भारतीयों की औसत आय (Per Capita Income) 1947-1962
वर्ष | औसत प्रति व्यक्ति आय (रुपये में) |
---|---|
1950 | ₹250 |
1955 | ₹300 |
1960 | ₹400 |
1962 | ₹450 |
- स्वतंत्रता के समय औसत भारतीय नागरिक की वार्षिक आय ₹250-₹300 थी।
- 1962 तक यह बढ़कर ₹450 तक पहुंची, लेकिन विकास दर धीमी रही।
- मुख्य रूप से कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के कारण आय असमान रूप से बढ़ी।
4. भारत की राष्ट्रीय आय (National Income) 1947-1962
वर्ष | राष्ट्रीय आय (₹ करोड़ में) |
---|---|
1950 | ₹9,000 करोड़ |
1955 | ₹12,500 करोड़ |
1960 | ₹16,000 करोड़ |
1962 | ₹18,000 करोड़ |
- भारत की राष्ट्रीय आय 1950 में ₹9,000 करोड़ थी, जो 1962 तक बढ़कर ₹18,000 करोड़ हो गई।
- कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र के बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत हुई।
निष्कर्ष:
1947 से 1962 के बीच भारत ने आर्थिक विकास की नींव रखी। इस दौरान पंचवर्षीय योजनाओं ने औद्योगीकरण को गति दी, रेलवे, सिंचाई और विज्ञान में उन्नति हुई। हालांकि, महंगाई धीरे-धीरे बढ़ी और प्रति व्यक्ति आय सीमित रही। फिर भी, यह समय भारत के आर्थिक और औद्योगिक बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा।