
प्रमुख आँकड़े और घटनाएँ
- 2000-2014: इस अवधि में आतंकवादी गतिविधियाँ चरम पर थीं। उदाहरण के लिए, 2000 में चिट्टीसिंहपोरा नरसंहार में 36 सिखों की हत्या हुई थी। 2001 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 36 लोग मारे गए थे।
- 2014-2024: सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2014 से 2024 के बीच आतंकवादी घटनाओं की संख्या 7,217 से घटकर 2,263 हो गई, जो 69% की गिरावट है। इसी अवधि में नागरिकों की मौतें 1,769 से घटकर 353 हो गईं, और सुरक्षा बलों के हताहतों की संख्या 1,060 से घटकर 591 हो गई। ( Times of India )
- 2018-2023: 2018 में 228 आतंकवादी घटनाएँ दर्ज की गईं, जबकि 2023 में यह संख्या घटकर 41 रह गई, जो छह वर्षों में सबसे कम है। (#timesofindia )
- 2024: 2024 में अब तक 25 आतंकवादी घटनाएँ हुई हैं, जिनमें 24 सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई है। सुरक्षा बलों ने 61 आतंकवादियों को मार गिराया है, जिनमें से 21 पाकिस्तानी नागरिक थे।(India Today)
प्रमुख आतंकवादी हमले
- 2016 उरी हमला: 18 सितंबर 2016 को उरी में भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला हुआ, जिसमें 19 सैनिक मारे गए। (Wikipedia)
- 2019 पुलवामा हमला: 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 40 जवान शहीद हुए। (2019 Pulwama attack)
- 2025 पहलगाम हमला: 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में पर्यटकों पर हमला हुआ, जिसमें 26 लोग मारे गए। (Indian-controlled Kashmir has been the scene of many violent attacks in past decades)
निष्कर्ष
2000 से 2025 तक जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी हमलों की संख्या में उतार-चढ़ाव रहा है, लेकिन 2019 के बाद से इन घटनाओं में उल्लेखनीय गिरावट आई है। यह गिरावट सरकारी नीतियों, सुरक्षा बलों की सक्रियता और स्थानीय समर्थन में कमी के कारण संभव हुई है।
जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को मजबूत खुफिया नेटवर्क, सामुदायिक भागीदारी, कड़ी सीमा सुरक्षा और आतंकवादी फंडिंग के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के माध्यम से कम किया जा सकता है। युवाओं के बीच शिक्षा, रोजगार और संवाद को बढ़ावा देकर कट्टरपंथ को रोका जा सकता है। स्थानीय शासन को मजबूत करना और नागरिकों के साथ विश्वास बनाना दीर्घकालिक शांति के लिए महत्वपूर्ण है। एक स्थिर और एकजुट प्रयास ही आतंकवाद मुक्त जम्मू-कश्मीर सुनिश्चित कर सकता है।
यदि आप किसी विशेष वर्ष या घटना के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं।